पटना. सर, बहुत ठंड. बिना जूता-मोजा पहने परीक्षा देने कैसे जायेंगे. चप्पल पहनकर आने से पांव में ठंड लगेगी. हमें जूता-मोजा पहनकर पेपर देने जाने की अनुमति दें…. यह बात बिहार बोर्ड के इंटर (12वीं कक्षा) के पेपर दाने वाले परिक्षार्थियों ने कही है. इसके लिए स्कूल के प्रार्चाय को आवेदन भी दिया है.
वहीं, कई स्कूल के बच्चों ने डायरोक्टोरेट ऑफ एजुकेशन (डीईओ) कार्यालय को पत्र लिखकर जूता मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र में जाने की अनुमति मांगी है. एक फरवरी से इंटरमीडियट परीक्षा होनी है. इसमें नियम है कि छात्र-छात्राओं को चप्पल पहनकर आना होगा. पिछले कुछ दिनों से बिहार में ठंड बढ़ गई है.
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शास्त्रीनगर बालिका हाईस्कूल की छात्रा रोशनी कुमारी ने बताया कि बांकीपुर बालिका स्कूल में सेंटर पड़ा है. मैं दानापूर से आती हूॅं. ऐसे में इतनी ठंड में चप्पल पहनने से दिक्कत होगी. पटना हाईस्कूल के छात्र सोनू कुमार ने कहा कि मसौढ़ी के स्कूल में परीक्षा केंद्र है. जूता-मोजा पहनने से ठंड कम लगेगी. छात्रों के अलावा माता-पिता ने भी स्कूल के प्रिंसिपल से ऐसी ही अपील की है. यह जानकारी गर्दनीबाग बालिका हाईस्कूल की प्राचार्य चित्रलेखा कुमारी ने दी. बापू स्मारक बालिका हाईस्कूल की प्राचार्य मीनाक्षी झा ने कहा, चप्पल पहनकर आने से छात्राएं कतरा रही हैं. नियमों में ढील देने की मांग बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी की है.
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पीएमसीएच के मेडिसन विभाग के विभागध्यक्ष डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि ठंड से बचना ज्यादा जरूरी है. खासकर वैसे बच्चों को ज्यादा परेशानी होगी, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो. पटना एम्स के डॉ. रविकीर्ति ने सलाह दी है कि परीक्षा कक्ष में हीटर का इंतजाम हो.
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